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पाकिस्तान में 25 जुलाई को चुनाव होने हैं। चुनाव में महिलाओं की भागादारी के हिसाब से पाक दुनिया में हाशिए पर है। इस तस्वीर को बदलने के लिए चुनाव आयोग ने सभी दलों के लिए 5% टिकट महिलाओं को देना अनिवार्य किया है। पर दलों ने महिलाओं को संसद से दूर रखने का रास्ता ढूंढ लिया है। इस बार एक ट्रेंड एेसा भी दिखाई दे रहा है कि सियासी दलों ने महिलाओं को ऐसी जगह से टिकट दिया है, जहां उनके सामने लंबी बाधा है। जैसे कि उपेर डीर सीट से पीटीआई ने हमीदा शाहिद का टिकट दिया है। इस सीट पर पिछली बार महिलाओं को एक वोट तक डालने नहीं दिया गया था। जबकि इस सीट से हमीदा को उतार कर पार्टी अपनी उपलब्धि बता रही है। पर सच्चाई यही है कि हमीदा की राह बिल्कुल आसान नहीं है। पार्टी कार्यकर्ता ही उनका विरोध कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि पार्टी ने महिलाओं को खड़ा कर अपनी हार तय कर ली है। दैनिक भास्कर के लिए पाकिस्तान से नियो चैनल की सीनियर जर्नलिस्ट मेहमल सरफराज ने ग्राउंड रिपोर्ट पेश की।
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